एक राजकुमार था| उसके पाँच-सात मित्र घोड़ों पर घूम रहे थे| वहाँ बहुत-सी गूजर-स्त्रियाँ दूध, छाछ, दही आदि की बिक्री करने को जा रहीं थीं| राजकुमार को भगवान् श्रीकृष्ण की याद आ गयी कि वे दूध-दही लूटा करते थे तो हम भी आज वैसा ही करें| एक तमाशा कर लें, फिर उनको दाम दे देंगे|…

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अब छाछ को सोच कहा कर है! 🍼🥛 | Hindi moral short story | Watch Spiritual story with good moral