बादशाह अकबर के पुत्र शहजादा सलीम तथा दिल्ली के एक व्यापारी के पुत्र की आपस में गहरी मित्रता हो गई थी| वे दोनों अक्सर सारा-सारा दिन साथ ही बिताते थे| जिस कारण दोनों के ही पिता परेशा...
बीरबल से जलने वाले बहुत थे| एक बार किसी ईर्ष्यालु ने चौराहे पर एक कागज चिपका दिया| उसमें शुरू से आखिर तक बीरबल कोसा गया था| उस पर हर आने-जाने वाले की नजर पड़ती थी| बीरबल को जब इस ब...
एक बार अकबर बादशाह युद्ध के बाद दिल्ली की तरफ वापस आ रहे थे| रास्ते में उन्हें इलाहाबाद में गंगा किनारे पर पड़ाव डालना पड़ा| अकबर ने अपने एक दूत को वहां के राजा के पास भेजा| साथ मे...
एक पंडित बादशाह अकबर के दरबार में आया और चुनौतीपूर्ण स्वर में दरबारियों से बोला – “मैं आप लोगों को चुनौती देता हूं कि मेरी मातृभाषा के बारे में बताएं में बताएं या हार स्वीकार करें|...
अकबर बादशाह अपने घोड़े पर सवार होकर बाग की सैर कर रहे थे, बीरबल भी उनके साथ था| बाग में हरे-भरे पेड़ थे और हरी घास की ही चादर-सी बिछी थी| हरियाली देखकर बादशाह का मन प्रफुल्लित हो उ...
एक महाजन ने चित्रकार से अपना चित्र बनवाया| बड़ी मेहनत के बाद जब चित्र तैयार हुआ तो महाजन ने चित्रकार से कहा कि ठीक से नहीं बना है, दुबारा बनाकर लाए| चित्रकार दुबारा चित्र बनाकर लाय...
दिल्ली में एक विद्वान पंडित रहते थे| उनका दरबार में बहुत सम्मान था| पंडितजी बिना सोचे-समझे किसी काम में हाथ नहीं डालते थे और जो वह कह देते उसका पालन करते| एक बार पंडितजी भोजन कर रह...
सर्दी का मौसम था| बादशाह अकबर महल के ऊपरी हिस्से में बैठे हुए सूरज की गरमी ले रहे थे| बीरबल और दूसरे दरबारी विचार-विमर्श कर रहे थे| यह महल यमुना किनारे था| सर्दी के दिनों में सुबह ...
बादशाह अकबर का मुंहलगा हिजड़ा था खोजा| हालाकि खोजा काफी बुद्धिमान था किंतु वह स्वयं को बीरबल से भी ऊंचा समझने लगा था| एक दिन उसने दरबार में घोषणा कर दी कि यदि बीरबल उसके तीन सवालों...
रोशन एक वृद्ध व्यक्ति था| जीवन के अन्तिम पड़ाव पर उसकी इच्छा हुई कि वह तीर्थयात्रा पर जाए| उसने अपने जीवन भर की कमाई में से अपने खर्च के लिए कुछ अशर्फियां रखकर शेष एक हजार अपने एक ...