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🐕 कुत्ता और 🐴गधा

एक धोबी के पास एक कुता और एक गधा था| धोबी सुबह-सुबह गधे पर कपड़े लादता और कुते को साथ लेकर घाट पर पहुँच जाता| जब धोबी कपड़े धोकर घाट पर सुखा कर चला जाता, तब कुता उनकी रखवाली करता| ...

वीर बालक👦🏻

दिल्ली में उन दिनों मुगलों का शासन था| एक दिन एक शिकारी बादशाह औरंगजेब के दरबार में एक शेर को जिंदा पकड़कर लाया| बादशाह बहुत प्रसन्न हुआ| उसने उस शेर की वीरता का वर्णन किया| जंगल क...

आचरण

एक समय की बात है| एक साधु महात्मा थे| उनकी सारे नगर में प्रतिष्ठा थी| एक गृहस्थ का सारा परिवार उस महात्मा का भक्त था| गृहस्थी का लड़का मीठे गुड़ आदि का बहुत चटोरा था| चिकित्सक ने ब...

भलाई का बदला

एक बार की बात है कि एक मधुमक्खी किसी सरोवर के ऊपर से उड़ती हुई जा रही थी कि एकाएक ही उस सरोवर में गिर पड़ी| उसके पँख भीग चुके थे| अब वह उड़ने में असमर्थ थी| इस तरह उसकी मृत्यु अवश्...

🐑भेड़ की खाल में 🦊भेड़िया

एक बार एक भेड़िए को कही से भेड़ की खाल मिल गई तो वह फूला नही समाया| वह सोचने लगा, ‘सूर्यास्त के बाद जब गड़रिया भेड़ों को बाड़े में बंद कर देगा, तब मैं भी भेड़ों के बीच बाड़े में घु...

घमंडी कौए

आसमान पर काले घने बादल घिर आए थे| मैना जल्दी से उठकर अपने घोंसलें में पहुँचना चाहती थी| अंधेरा भी हो चला था और उसका घोंसला अभी दूर था| मौसम खराब होता देख उसने नीम के एक पेड़ पर रुक...

लोभी ब्राह्मण 👨🏻

पाटिलपुत्र नगर में चार ब्राह्मण मित्र रहते थे| वे निर्धन थे| एक दिन नगर में महात्मा भैरवानन्द का आगमन हुआ| भैरवानन्द की ख्याति सुन चारों ब्राह्मण मित्र उनके पास पहुँच कर बोले- ‘आप ...

🐂बैल की समझदारी

एक बैल था| जब वह बूढ़ा हो गया तो उसका मालिक उसे जंगल में छोड़ आया| बैल बूढ़ा ज़रूर था लेकिन था बहुत समझदार| जंगल में वह सबसे पहले अपने रहने-खाने का बंदोबस्त देखने लगा| जल्दी ही उसे...

यक्ष का वरदान

मिथिला नगर में मनसुख नामक जुलाहा रहता था| एक दिन काम करते समय उसका करघा टूट गया| करघा बनाने के लिए लकड़ी की आवश्यकता थी, अतः वह कुल्हाड़ी लेकर वन में पहुँचा और एक सूखे शीशम के पेड़...

प्रतिशोध की ज्वाला 🔥

रत्नापुरी के राजा चन्द्रभान के बड़े पुत्र राजकुमार ने अपने मनोरंजन के लिए वानरों की टोली और पीछे राजकुमार ने भेड़ों का झुंड पाल रखा था| वानर तो राजउधान में पेड़ों के फल खाकर सुखी ज...