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त्याग के आदर्श 🙏

बद्रीनारायण में एक साधु की अँगुली में पीड़ा हो गयी| किसी ने कहा कि यहाँ अस्पताल है, जहाँ मुफ्त में इलाज होता है| आप वहाँ जाकर पट्टी बँधवा लें| उस साधु ने उत्तर दिया कि अँगुली की पी...

बन्दर का कलेजा 🐵 💔 Kids Moral Story in Hindi

किसी नदी के किनारे एक बहुत बड़ा पेड़ था| उस पर एक बन्दर रहता था| उस पेड़ पर बड़े मीठे-रसीले फल लगाते थे| बन्दर उन्हें भर पेट खाता और मौज उड़ाता| वह अकेला ही मजे में दिन गुजार रहा थ...

सौ रूपये की एक बात

एक सेठ था| वह बहुत ईमानदार तथा धार्मिक प्रवृत्तिवाला था| एक दिन उसके यहाँ एक बूढ़े पण्डित जी आये| उनको देखकर सेठ की उनपर श्रद्धा हो गयी| सेठ ने आदरपूर्वक उनको बैठाया और प्रार्थना क...

विलक्षण साधना 🙏 शबरी के आनन्द की सीमा नहीं रही!

शबरी भगवान् की परम भक्त थी| पहले वह ‘शबर’ जाति की एक भोली-भाली लड़की थी| शबर-जाति के लोग कुरूप होते थे| परन्तु शबरी इतनी कुरूप थी कि शबर-जाति के लोग भी उसको स्वीकार नहीं करते थे! म...

धोखेबाज सारस 🦀 🐟 🦢 मछली-वछ्ली नहीं पकड़ेंगे?

एक समय की बात है| एक तालाब के किनारे एक सारस रहता था| तालाब में बहुत सारी मछलियां थी| सारस रोज भरपेट मछलियां खाता| ऐसे कई साल बीत गये| सारस बूढ़ा हो गया| अब वह आसानी से मछलियां नही...

जगत् की प्रीत 👩🏻‍🦰 🍽 पत्नी की परीक्षा

एक सन्त के पास एक व्यक्ति सत्संग के लिये आया करता था| उस व्यक्ति का विवाह हो गया तो उसका सत्संग में आना कम हो गया| जब सन्तान हो गयी तो तो सत्संग में आना बहुत कम हो गया| सन्त ने उसस...

खरगोश की चतुराई 🦁 🕳 🐰 जंगल के सभी जानवर खरगोश की जय-जयकार करने लगे|

किसी घने वन में एक बहुत बड़ा शेर रहता था| वह रोज शिकार पर निकालता और एक नहीं, दो नहीं, कई-कई जानवरों को काम तमाम कर देता| जंगल के जानवर डरने लगे कि अगर शेर इसी तरह शिकार करता रहा त...

विलक्षण अतिथि सत्कार 🙇‍♂

विष्णु कांची में दामोदर नामक एक गरीब ब्राह्मण रहते थे| जब उनका विवाह हुआ, तब उन्होंने अपनी स्त्री से कह दिया कि देखो, अब मैं गृहस्थ बन गया हूँ| गृहस्थ का खास काम है-अतिथि-सत्कार कर...

तीन धूर्त

एक ब्राह्मण को एक दिन दान में एक बकरी मिली| वह बकरी को कंधे पर रखकर घर की ओर चल पड़ा| रास्ते में तीन धूर्तो ने उस ब्राह्मण को बकरी ले जाते देखा तो उनके मूंह में पानी भर आया| उन्हें...

अब छाछ को सोच कहा कर है! 🍼🥛

एक राजकुमार था| उसके पाँच-सात मित्र घोड़ों पर घूम रहे थे| वहाँ बहुत-सी गूजर-स्त्रियाँ दूध, छाछ, दही आदि की बिक्री करने को जा रहीं थीं| राजकुमार को भगवान् श्रीकृष्ण की याद आ गयी कि ...