Loading...

बोला तो मरा! 👅

एक राजा था| उसकी कोई सन्तान नहीं थी| एक बार नगर में एक अच्छे सन्त आये| राजा उनके पास गया और सन्तान के लिये प्रार्थना की| सन्त ने कहा कि राजन! तुम्हारे प्रारब्ध में सन्तान लिखी नहीं...

हल्ला मत करो 🙇‍♂ तत्त्वज्ञान

एक राजा को बोध (तत्त्वज्ञान) हो गया| उसने राजदरबार में अपने मंत्रियों से पूछा कि किसी को कोई दुर्लभ वस्तु मिल जाय तो वह क्या करे? किसी मंत्री ने कहा कि उसको छिपाकर रखना चाहिये, किस...

नन्हे मुन्हे चूहे चुहिया 🐭🐹 और भारी भरकम 🐘 हाथी

बहुत दिन पहले एक झील के किनारे एक बहुत बड़ा नगर था| नगर जितना बड़ा था उतना ही सुन्दर भी था| वहां अनेक मंदिर और शानदार इमारते थी| नगर में रहने वाले अमीर और सुखी थे| जमाना बीता और एक...

एक शहर में चार साधु

एक शहर में चार साधु आये| एक साधु शहर के चौराहे में जाकर बैठ गया, एक घण्टाघर में जाकर बैठ गया, एक कचहरी में जाकर बैठ गया और एक श्मशान में जाकर बैठ गया| चौराहे में बैठे साधु से लोगों...

जब साधु राजा बना 🤴🏼👨🏼‍🦳 अपना कोई आग्रह मत रखो|

एक साधु था| चलते-चलते वह एक शहर के पास पहुँचा तो शहर का दरवाजा बन्द हो गया| रात हो गयी थी| वह साधु दरवाजे के बाहर ही सो गया| दैवयोग से उस दिन उस शहर के राजा का शरीर शान्त हो गया था...

गीदड़भबकी 🦊🦁🐘 डर के मारे सियार के रोंगटे खड़े हो गये|

बहुत समय की बात है, एक घने जंगल में शेर और शेरनी का एक जोड़ा रहता था| कुछ दिनों बाद शेरनी को दो बच्चे हुए| बच्चों को पाकर दोनों बहुत खुश हुए| शेर ने शेरनी से कहा, “जब तक बच्चे बड़े...

वहम मिट गया 💁‍♀ स्त्री बोली – दुःख यही है कि आप आ गये!

मुकुन्ददास नामक एक व्यक्ति किसी अच्छे सन्त का शिष्य था| वे सन्त जब भी उसको अपने पास आने के लिये कहते, वह यही कहता कि मेरे बिना मेरे स्त्री-पुत्र रह नहीं सकेंगे| वे सब मेरे ही सहारे...

अच्छे मेहमान आये! 🦟 🐞 बेचारे खटमल और उसके सारे कुटुम्ब को मसल डाला|

बहुत पुरानी बात है| एक खटमल था| उसका बड़ा भारी कुटुम्ब था| ढेरों बच्चे थे| फिर उन सबके भी बहुत सारे बाल-बच्चे थे| खटमल अपने लम्बे-चौड़े परिवार के साथ एक बहुत बड़े, सुन्दर पलंग के क...

बुद्धिमान हंस 🦢 सबके सब पंख फड़फाड़कर उठे और उड़ गये|

एक घने जंगल में एक बहुत ऊंचा पेड़ था| उसकी शाखायें छतरी की तरह फैली हुई थीं और बहुत घनी थीं| हंसों का एक झुण्ड इस पेड़ पर निवास करता था| वे सब यहां सुरक्षित थे और बड़े आराम से रहते...

रात कैसी बीती 😴 👨🏼‍🦳 🤴🏼 कुछ तुम्हारे-जैसी, कुछ तुम्हारे से अच्छी!

एक बाबाजी घूमते-फिरते एक शहर में पहुँचे| रात हो गयी थी| सरदी के दिन थे| शहर का दरवाजा बंद हो गा था| बाबाजी को ठण्ड लगी| गरम कपड़ा पास में था नहीं| बाबा जी ने सोने के लिये जगह देखी|...