एक बार की बात है| वीतराग स्वामी सर्वदानन्द जी बिहार के छपरा स्थान पर पहुँचे| उन्होंने देखा कि एक मंदिर के पुजारी बड़े प्रेम से हवन करा रहा था| स्वामी जी ने उससे पूछा- “तुम मूर्तिपूजक हो, फिर हवन कैसे कर रहे हो?” उस पुजारी ने बताया कि स्वामी दयानन्द की कृपा से उसे हवन से प्रेम हुआ है|…

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अदम्य इच्छाशक्ति | वीतराग स्वामी सर्वदानन्द जी | Hindi moral short story | Watch Spiritual story with good moral