महाराज एकनाथ महाराष्ट्र के एक महान् संत थे| वे गोस्वामी तुलसीदास के समकालीन एक ग्रहस्थ संत थे; मराठी साहित्य का उन्हें प्राण कहा जाता था| उन्होंने ‘भागवत् एकादश स्कंध,- ‘भावार्थ रामायण,- ‘आनन्द लहरी- आदि अनेक ग्रंथ लिखे थे| एक बार रातभर जागते रहे| रात्रि का तीसरा पहर हो गया, तब भी एकनाथ अपने हिसाब में एक पाई की भूल खोज रहे थे|…

Read Full Story 🚀 https://spiritualworld.co.in/hindi-spiritual-and-religious-stories/listen-indian-story-and-hindi-story-in-hindi-ekagrata/

एकाग्रता – भावार्थ रामायण – एकनाथ गुरु | Hindi moral short story | Watch Spiritual story with good moral