एक समय की घटना है| श्री रामकृष्ण परमहंस रोज बहुत लगन से अपना लोटा राख या मिट्टी से मांजकर खूब चमकाते थे| परमहंस का लोटा खूब चमकता था| उनके एक शिष्य को श्री रामकृष्ण द्वारा प्रतिदिन बहुत मेहनत से लोटा चमकाना बड़ा विचित्र लगता था| लगातार बहुत दिनों तक वह उनके लोटा चमकाने से चिंतित हो उठा|…

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लोटे की चमक | Hindi moral short story | Watch Spiritual story with good moral