पृथु नामक एक कर्मनिष्ठ ब्राह्मण थे| वे प्रतिदिन संध्या, होम, तर्पण, जप-यज्ञ आदि धार्मिक कार्यों में लगे रहते थे| उन्होंने मन और इन्द्रियों को वश में कर लिया था| वे सभी प्राणियों में परमात्मा के दर्शन करते और सबकी भलाई करते रहते थे| वे इसके लिये सदा सतर्क रहते थे उनका परलोक न बिगड़ जाय|…

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संत से वार्तालाप की महिमा | Hindi moral short story | Watch Spiritual story with good moral