जब पाँचों पाण्डव द्रौपदी सहित वन में अज्ञातवास कर रहे थे, तब उनके कष्टों को देखकर भगवान् श्रीकृष्ण तथा महर्षि व्यासजी ने अर्जुन से भगवान् शिव को प्रसन्न करके वर प्राप्त करने के लिये कहा तथा उसके लिये उपाय बताया| वीर अर्जुन अपने तथा राज्य पर आये हुए संकटों का नाश करने के लिये व्यासजी के निर्देशानुसार इन्द्रकील पर्वत पर गये|…

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शिवजी की अर्जुन पर कृपा 🌹 किरातवेषधारी | Hindi moral short story | Watch Spiritual story with good moral