द्रव्यपुर के एक धनी व्यापारी का पुत्र था धनकू| पिता के लाड़-प्यार में वह इतना बिगड़ा कि ढंग से पढ़-लिख भी नही पाया| धनकू जब युवा हुआ तो उसका विवाह एक सुंदर कन्या से हो गया| कुछ दिनों के बाद उसके माता-पिता का निधन हो गया| वह अकेला रह गया| अक्सर वह सोचता कि अब कौन उसका ध्यान रखेगा|…

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सुनहरा हिरण 🦌 | Hindi moral short story | Watch Spiritual story with good moral